वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ-- गोसाईगंज में शनिवार की रात मुठभेड़ में पकड़े गए मुज़फ्फरनगर के गो तस्कर शोएब उर्फ गेंडा ने पुलिस से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं। पूछताछ में शोएब ने अपने मोबाइल, सिम और अपराध करने के तरीके बताए हैं।
इनके सामने आने के बाद से अधिकारी भी हैरत में हैं। यह बातें पुलिस अब विवेचना में शामिल करने की तैयारी में हैं। साथ ही बिहार, राजस्थान और बंगाल में तस्करी के पहलू पर भी जांच होगी।
शोएब उर्फ गेंडा पूरे प्रदेश में गोवंशों की तस्करी का नेटवर्क चलाता है। पूछताछ में गेंडा ने बताया कि वह अकेले पांच मोबाइल और दस सिम कार्ड इस्तेमाल करता है। इनसे जानवरों की चोरी, ट्र्कों का इंतजाम, लोगों को गैंग में शामिल करने, ट्रक बॉर्डर पार भेजने से लेकर रुपयों तक का हिसाब रखता है। अगर कहीं कोई कार्रवाई होती है तो उससे निपटने का इंतजाम भी शोएब ही करता है।
उसके खिलाफ गोसाईगंज के अलावा मुजफ्फरनगर, इटावा, कुशीनगर, मथुरा में भी मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित एक बार जानवरों को यूपी से बिहार भेजने के बदले चार लाख रुपये लेता है। इसमें से 75 हजार रुपये ट्रक चालक और बाकी रुपये गिरोह के अन्य लोगों में बंटते हैं। हर महीने करीब आठ बार जानवर यूपी से बिहार भेजे जाते हैं।
खुद को कहलवाता है पंडित: मास्टरमाइंड शोएब को साथी तस्कर पंडित नाम से बुलाते हैं। तर्क है कि वह भैंसे का मांस नहीं खाता इस वजह से साथियों ने पंडित नाम रख दिया। वहीं, भारी भरकम शरीर होने के चलते लोगों ने उसे गेंडा कहना शुरू कर दिया।